ग्लोबल भोजपुरी:
सृ. 11.8.9125.
** सृष्ट्याब्द 1 972 949 091 से पहिले दू सुपर पावर के केंद्र रहे:
[Bi-Polar World]:
1. सोवियत भूमि: USSR, UNO मान्यता वाला 14 देश.
2. संयुक्त राज्य अमेरिका: NATO के साथ.
** अमेरिका ना बन सकल मिलिटरिली USSR के हरावे में, त ऊ छद्म तरीका अपनवलस:
> दियवा देलस USSR के प्रेसिडेंट आ CPSU के जनरल सेक्रेटरी मिखाईल गोर्बाचोव के नोबेल शांति पुरस्कार! जे से ऊ "USSR के Iron Curtain" से बहरी निकलले लगलन!!
> तब सोवियत संघ में सतयुग रहे! 95% से 98% लोग सत्यवादी रहन. व्लादिवोस्तोक से जसही प्रेसिडेंट गर्भाचोव "ग्लासनोस्ट आ प्रेस्ट्रोइका", "खुलासा आ रिस्ट्रक्चरिंग, पुनर्गठन" के घोषणा कईले कि सोवियत संघ के जानकार लोग कह देले कि "अब गइल USSR"!
> अमेरिका छद्म प्रचार कईलश कि "सोवियत लोग भूखे मरतारन". जब कि जर्मनी आदि में soviet संघ से 50 गुना महंगाई रहे तब.
जब देश के प्रेसिडेंटे कहे पुनर्गठन, त सत्यवादी लोग त मानिए ली!
आ ईहे भईल! सोवियत संघ के disintigret क दियाईल.
>> बस संसार यूनिपोलर बन गईल, आ शुरू हो गइल संसार भर में अमेरिका के धौंस!! जे से
* इराक के सद्दाम गईलन!
लीबिया के गद्दाफी गईलन!!
... ... अफ्रीकन अनेक देशन में तख्ता पलट, "असद मस्ट गो", पाकिस्तान, बांग्लादेश, ... ....
** ठीक एह सब के उल्टा, आज भारत, इंडिया संसार में
"मानवीय सुपर-पावर" बनले चाहता!!
Global भोजपुरी 18.10.2025.
** NATO नाटो कबहिं USSR से आगे ना बढ़ रही ना सकल मिलिटरिली!
> त अमेरिका भीतर से USSR के छद्म तरीका अपनवलस!
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